हाथीसुण्डी के मेडिसिनल फ़ायदे और इस्तेमाल

हाथीसुण्डी के पौधे के चमत्कारी गुण के बारे में आज आप सब को बताने वाले है यदि आप भी आयुर्वेदिक और हर्बल जड़ी बूटी के बारे में जानने में रूचि रखते है तो आप सब इस लेख को आखिर तक पढ़ येगा तभी आप किसी बीमारी को नष्ट कर सकते है 

हाथीसुण्डी के कुछ चमत्कारी गुण 

अगर हम बात करें हाथीसुण्डी के चमत्कारी गुण के बारे में तो इस गुण करी पौधे के कई सरे गुण है जसको हम इस लेख में विस्तार से तो नहीं गिना सकते लेकिन कुछ खास गुणों को हम ज़रूर बताएँगे ताकि आप सभी को पता चल जाए की क्या फायदे है

  1. antioxidant तो दोस्तों चलये अब बात कर लेते है इसके चमत्कारी गुण के बारे में जो आप सब के लिए बेहद फ़ायदे मंद है दोस्तों सबसे पहले तो इस पौधे में antioxidant,गुण मोजूद होने की वजह से न केवल यह त्वचा को बेहतर बनता है 

बल्कि त्वचा को स्वस्थ रखने के साथ साथ ही यह कई सारी बीमारी को भी ठीक करता है जैसे की चोट मोच गाव और सुजन जैसे रोगों में बहुत ही बेमिसाल दवा है साथ ही यह त्वचा में कोलेजन लेवल को बढ़ाता है जिस से त्वचा का रंग खिलता है 

इसी के साथ यह हमारे शारीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से हमें बचाता है और कैंसर जैसी बहुत सारी घातक बीमारी से भी बचाता है antioxidant गुण फलों और हरी सब्जियों में पाया जाता है ख़ास तोर से |

anti-inflammatory भी इस पौधे में पाया जाता है जो आप की शारीर को कई सरे गंभीर बीमारी से बचाता है और आप को स्वस्थ रखता है अगर विशेष रूप दे हम बात करें anti-inflammatory की तो हाथीसुण्डी में यह गुण मोजूद होने की वजह से 

खासकर हमारे शारीर में होने वाले किसी भी प्रकार के दर्द को नष्ट करता है और दर्द की बीमारी को ठीक करता है इस औषधि का इस्तेमाल आर्थराइटिस और ए एस ओ टाइटर  जैसे बीमारी को ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है 

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और हमारे शारीर से फ्री रेडिकल्स को भी बाहर नकालता है आप को जानकारी के लिए बता दिन की anti-inflammatory गुण खास कर हाथीसुण्डी,चुकंदर में पाया जाता है इस लिए ऐसे लोगों को रूज़ चुकंदर खाना चाहिए 

हाथीसुण्डी टीबी की बीमारी को ख़त्म कर सकती है 

कई लोगों का एक सवाल था की क्या ? हाथीसुण्डी टीबी की बीमारी को ठीक कर सकता है यदि ठीक कर सकता है तो कैसे इसका इस्तेमाल कर सकते है क्या है इसका इस्तेमाल का तरीका आज आप सभी को बताएँगे विस्तार से|

दोस्तों सबसे पहले आप को बता दें की इस जड़ी बूटी यानि की हाथीसुण्डी  में एंटी टूबर क्लोसिस पाया जाता है जिसका मतलब है की यह जड़ी बूटी टीबी जैसी बीमारी को ठीक कर सकता है लेकिन इसका इस्तेमाल कैसे करना है |

यह पता होना ही ज़रूरी है वही आज बताएँगे सबसे पहले आप इसके पौधे को लें और उसको अच्छे से सुखा लें फिर इसमें जामुन के चल को मिला लें और इसी में एक और चीज़ मिलाना है वह है कटहल के पेड़ से निकला हुवा लाल रंग 

इसके बाद आप को कम से कम 20 दिन इस दवा को खाना है जिसके बाद आप की टीबी की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जायेगा यदि कोई भी सवाल है तो आप comment में पूछ सकते है 

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