दोस्तों अगर बात हो आयुर्वेदिक दवा की या फिर हर्बल जड़ी बूटी की तो कई पौधों के नाम आम तौर पर तो ज़बान पर आ ही जाते है पर उन्ही में से एक ऐसा पौधा है जिसका नाम लेना ही पढेग वरना यह लेख ही अधुरा रह जायेगा जी हाँ वह पौधा है हंसपदी वैसे तो यह पौधा बहुत ही उपयोगी है पर हंसपदी का पौधा बहुत कम ही मिलता है|
हंसपदी के पौधा के फ़ायदे
वैसे तो हंसपदी का पौधा बहुत ही कम जगहों पर पाया जाता है पर यह अक्सर पहाड़ी छेत्रों में बहुत पाए जाते है खास कर यह पहाड़ी छेत्रों में नमी वाली जगहों में मिलते है
हंसपदी का औषधीय उपयोग क्या है
दोस्तों वैसे तो इसका इस्तेमाल कई बीमारी के लिए है लेकिन आम तौर पर यह औषधि का उपयोग बुखार जैसी बिमारि के लिए किया जाता है और इसका एक खास बात यह भी है की इसका इस्तेमाल टूटी हड्डियों को जोड़ने केलिए भी किया जाता है|
इस के अलावा इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल हेयर ग्रौथ के लिए किया जाता है जो की काफी फ़ायदे मंद है इसी के साथ यह जड़ी बूटी हेयर फॉल जैसी बड़ी बीमारी को दूर कर देता है यदि आप लम्बे समय से से हेयर फॉल की समस्या
से झुझ रहे है और आपकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है तो आप इस चमत्कारी जड़ी बूटी का इस्तेमाल कर सकते हो क्यों की यह औषधि हेयर फॉल की सारी दिक्कतों को दूर कर देता है और आप की बालों को सुन्दर भी बनता है
आप सब की जानकारी के लिए यह भी बता दूँ की यह जड़ी बूटी जलन काटन और जहरीले घाव कुष्ठ रोग के साथ साथ त्वचा रोग में भी बहुत गुण करी है फोड़े फुल्सियों को भी ख़त्म करने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है|
हंसराज से ठीक होता है अनेक रोग
दोस्तों हंसपदी का जड़ भी बड़े काम की चीज़ है इसका उपयोग टोनिक के रोप में भी करते है पित्त की बीमारी के लिए भी इसका इस्तेमाल करते है जड़ों के काढ़ा का इस्तेमाल बच्चों के गले के संकर्मण और बुखार के लिए भी किया जाता है|
इसके सिवा उड़ीसा में इस पौधे को कुचल कर बढ़े हुए पेट की बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है आप सब को एक बात यह भी बता दूँ की इस पौधे को हंसराज भी कहा जाता है उसका करण है यह हंस के बिच नदी में भी उग जाता है|